टीजीटी और पीजीटी शिक्षक बनने के लिए बीएड कोर्स करना अनिवार्य है। जल्द ही आपको बीएड कोर्स करने के लिए लंबा कोर्स नहीं करना पड़ेगा। आप सिर्फ 1 साल में बीएड कोर्स कर सकेंगे। करीब 10 साल बाद 1 साल का बीएड कोर्स फिर से शुरू किया जा रहा है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिश को लागू करते हुए सरकार ने 1 साल के बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कोर्स को फिर से शुरू करने का फैसला किया है। अब बीएड कोर्स सिर्फ 1 साल में पूरा किया जा सकेगा जैसा 10 साल पहले हुआ करता था। इस तरह से फिर से बीएड कोर्स किया जा सकेगा, लेकिन इस बार कुछ शर्तें लागू होंगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
कुछ नई शर्तों के साथ 10 साल बाद फिर से एक साल का बीएड कोर्स शुरू होने जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों को लागू करते हुए देशभर में ग्रेजुएशन लेवल पर 4 साल का कोर्स पहले ही लागू किया जा चुका है।
1 साल का बीएड कोर्स वो छात्र कर सकते हैं जिन्होंने या तो 4 साल का ग्रेजुएशन किया है या फिर वो पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद ये कोर्स कर सकते हैं। एनसीटीई के चेयरमैन प्रोफेसर पंकज अरोड़ा ने बताया कि गवर्निंग बॉडी के नए रेगुलेशन 2025 को लाने की भी मंजूरी मिल गई है। ये नए रेगुलेशन 2014 के रेगुलेशन की जगह लेंगे।
भारत के 64 शिक्षण संस्थानों में इस समय 4 साल का इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) चल रहा है जहां छात्र अपनी पसंद के विषय के अनुसार बीएड कर सकते हैं।
बीएड 1 साल का कोर्स चेक करें
4 साल का ग्रेजुएशन कर चुके छात्र या पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके छात्रों के पास ये विकल्प होगा कि वो सिर्फ एक साल में बीएड कोर्स पूरा करके शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। नए नियमों का मकसद शिक्षक शिक्षा को बेहतर और आधुनिक बनाना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक स्तर की ट्रेनिंग देने पर जोर दिया गया है।