जयपुर. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को 19 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी। इसमें एक मंत्री रमेश मीणा सहित 13 विधायकों को टिकट दिए हैं। इनमें भाजपा से कांग्रेस में आई शोभारानी कुशवाह के अलावा दो विधायक बसपा से और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। इस तरह कांग्रेस अब तक 95 सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी हैं। 105 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा होना अब शेष रह गया है।
कांग्रेस की तीसरी सूची में भी पहले की दो सूचियों की तरह ही ज्यादातर विधायकों को ही टिकट मिले हैं। सहाड़ा विधायक गायत्री त्रिवेदी का टिकट काटा गया है। वहां परिवार में ही देवर राजेन्द्र त्रिवेदी को उम्मीदवार बनाया गया है। यहां टिकट को लेकर दोनों आमने-सामने थे। इसी तरह कांग्रेस में आए बसपा विधायक वाजिब अली को नगर और लाखन सिंह मीना को करौली से उम्मीदवार बनाया गया है। निर्दलीय रामकेश मीणा को गंगापुर से टिकट मिला है। निर्दलीय व बसपा से आए विधायकों को सियासी संकट में सरकार का साथ देने के लिए उपकृत किया गया है। भाजपा से निष्कासित चल रही विधायक शोभारानी कुशवाह को अब कांग्रेस ने धौलपुर से उम्मीदवार बनाया है।
धारीवाल, जोशी समेत आधा दर्जन मंत्री ‘टिकट इन वेटिंग’
कांग्रेस की तीन सूची आ चुकी हैं, लेकिन अब तक आठ मंत्रियों को टिकट नहीं मिले हैं। इनमें कांग्रेस के छह मंत्रियों में शांति धारीवाल, महेश जोशी, हेमाराम चौधरी, लालचंद कटारिया, शाले मोहम्मद और जाहिदा खान के नाम हैं। सुभाष गर्ग सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल से हैं और राजेन्द्र गुढ़ा बसपा से कांग्रेस में आए थे, जिन्हें पहले ही मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जा चुका है। हालांकि हेमाराम भी चुनाव नहीं लड़ने को लेकर आलाकमान को पत्र लिख चुके हैं। जबकि जोशी और धारीवाल, पार्टी का अनुशासन तोड़ने को लेकर नोटिस झेल चुके हैं।
धौलपुर: जीजा-साली मैदान में, दोनों ने बदली पार्टी
धौलपुर विधानसभा सीट पर जीजा-साली भी चुनावी मैदान में एक-दूसरे के खिलाफ होंगे। यहां से कांग्रेस ने शोभारानी कुशवाह को मैदान में उतारा है, वहीं भाजपा की ओर से पूर्व में ही शिवचरण कुशवाह को प्रत्याशी बनाया जा चुका है, जो कि रिश्ते में शोभरानी के जीजा लगते हैं। बड़ी बात यह है कि पिछला चुनाव शोभारानी ने भाजपा से तो शिवचरण ने कांग्रेस से लड़ा था। अब दोनों ने दल बदल लिए।
कांग्रेस के 102 में 67 को अब तक टिकट
प्रदेश में कांग्रेस के अभी 102 विधायक हैं। इनमें से अब तक 67 विधायकों को टिकट दिए जा चुके हैं। 35 विधायकों को अभी टिकट का इंतजार है। इसके अलावा कांग्रेस 7 निर्दलीय, 2 बसपा से आए और 1 भाजपा से आई विधायक को टिकट दे चुकी है।
2 सीटों पर बागियों को टिकट
केशोरायपाटन और रतनगढ़ सीट पर कांग्रेस ने गत चुनाव में बागी होकर चुनाव लड़े प्रत्याशियों को टिकट दिया है। 2018 के चुनाव में केशोरायपाटन से सीएल प्रेमी और रतनगढ़ से पूसाराम गोदारा टिकट कटने पर बागी होकर लड़े थे, लेकिन हार गए।
अब तक 13 महिला, 7 मुस्लिम
तीसरी सूची में 1 और महिला को उम्मीदवार बनाया है। पहले की सूचियों में 12 महिलाओं को टिकट दिए गए थे। वहीं अब तक 7 मुस्लिमों को प्रत्याशी बनाया है। तीसरी सूची में बसपा से आए वाजिब अली को टिकट मिला है।