शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के नेता और सांगानेर विधायक भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शपथ लेते ही सीएम भजनलाल शर्मा एक्शन मोड में दिखे. पहली बैठक में उन्होंने तीन बड़े फैसले लिए हैं. सीएम भजनलाल की पहली बैठक में पेपर लीक, कानून व्यवस्था और सरकारी योजनाओं तक जनता की पहुंच को लेकर तीन बड़े फैसले लिए गए हैं. आइए जानते हैं सीएम भजनलाल ने राजस्थान की जनता के लिए क्या फैसले लिए हैं...
पेपर लीक में गठित होगी SIT
पिछली सरकार के दौरान राजस्थान में पेपर लाइक के कई मामले सामने आए हैं. राजस्थान चुनाव में पेपर लेक का मुद्दा भी बड़ा मुद्दा बना. चुनाव से पहले बीजेपी ने पेपर लाइक को लेकर अशोक गोवा सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे. अब शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीएम पद की शपथ ली. शपथ लेने के बाद भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में कागजी कामकाज को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अब राजस्थान में पेपर लाइक्स को लेकर पाठकों का मंथन जारी रहेगा।
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन
राजस्थान में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भजनलाल ने बड़ा फैसला लिया. मिली जानकारी के मुताबिक, पहली बैठक में भजनलाल शर्मा ने राजस्थान में डायन विरोधी टास्क फोर्स बनाने का फैसला किया है. इसी तरह उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया था.
केंद्र की योजनाओं के लिए कमेटी
पहली बार सीएम पद की शपथ लेने वाले भजनलाल शर्मा ने केंद्र सरकार की मंजूरी को लेकर बड़ा फैसला लिया. मिली जानकारी के मुताबिक अंतिम व्यक्ति की भी नियुक्ति के लिए एक निगरानी समिति बनाई जाएगी, जो केंद्र सरकार की मंजूरी लेगी. ऐसे में राजस्थान के नए मुख्यमंत्री ने सीएम पद संभालते हुए कुछ बड़े फैसले लिए हैं. जिसमें पेपर लीक, कानून व्यवस्था और केंद्र सरकार की परिभाषा को लेकर फैसले लिए गए हैं.