जयपुर. प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इससे पर्दा मंगलवार को उठ जाएगा। भाजपा विधायक दल की बैठक शाम चार बजे होगी। इसी बैठक में पर्यवेक्षक बनाए गए केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेंगे। मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तर्ज पर यहां भी दो उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष का नाम भी तय हो सकता है। संभावना है कि विधायक दल की बैठक के बाद तुरंत ही राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया जा सकता है। सरकार बनाने के दावे के समय राज्यपाल को भाजपा 123 से ज्यादा विधायकों का समर्थन पत्र सौंप सकती है।
प्रदेश में तीन दिसम्बर को चुनाव परिणाम आए थे। आठ दिसंबर को ही केन्द्रीय पर्यवेक्षक के रूप में राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय की भी घोषणा हो चुकी। तीनों ही पर्यवेक्षक मंगलवार दोपहर 12 बजे जयपुर पहुंचेंगे। विधायकों को सुबह 11 से दोपहर 1 बजे के बीच भाजपा कार्यालय पहुंचने की सूचना दी जा चुकी है।
एक बजे बाद विधायकों का रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। इसके बाद करीब चार बजे विधायक दल की बैठक शुरू होगी। बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सोमवार को जयपुर पहुंच गए हैं।
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सी. पी. जोशी भी मौजूद रहेंगे।
विधायक दल की बैठक से पहले चलेगा मुलाकातों का दौर
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दोपहर करीब बारह बजे जयपुर पहुंचने का कार्यक्रम है। यहां से वे जवाहर सर्कल स्थित एक होटल पहुंचेंगे। यहां वे साढ़े तीन बजे तक रहेंगे। इसके बाद वे भाजपा कार्यालय आएंगे। माना जा रहा है कि विधायक दल की बैठक से पहले राजनाथ सिंह की कुछ बड़े नेताओं से व्यक्तिगत मुलाकात भी हो सकती है। शाम करीब सात बजे राजनाथ सिंह का जयपुर से जाने का कार्यक्रम है। विधायक दल की बैठक से कुछ देर पहले कोर कमेटी की बैठक भी हो सकती है।
छग-एमपी की तरह यहां भी 60 से कम की उम्र का हो सकता है सीएम
भाजपा ने छत्तीसगढ़ में 59 और मध्यप्रदेश में 58 वर्ष के विधायक को मुख्यमंत्री बनाया है। माना जा रहा है कि राजस्थान में भी भाजपा इसी उम्र के आसपास के किसी विधायक को मुख्यमंत्री बना सकती है। सबसे ज्यादा संभावना 55 से 60 साल के बीच के विधायक की ही बन रही है। पार्टी शुरू से ही इसी तर्ज पर चुनाव में काम कर रही थी कि उन्हें पीढ़ी में बदलाव करना है और आगे की पन्द्रह साल की राजनीति को देखते हुए सीएम तय करना है।
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में पार्टी ने विधायकों में से ही मुख्यमंत्री घोषित किया है। माना जा रहा है कि राजस्थान में भी यही फॉर्मूला अपनाया जाएगा। विधायकों में से ही किसी एक को सीएम बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री, दो उपमुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष में से कोई एक पद महिला को दिए जाने की संभावना है। वजह है कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में किसी महिला को इन पदों पर शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में राजस्थान में महिला का नाम इन पदों में से किसी एक में शामिल कर सकते हैं।