जयपुर . सुस्त मानसून से जनता के साथ बिजली कम्पनियां भी बेहाल हो रही हैं। लगातार बिजली कटौती और विद्युत लोड बढ़ने से सब स्टेशन में ट्रिपिंग से सप्लाई व्यवस्था ठप होने के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार देर रात समीक्षा बैठक की।
ऊर्जा विभाग और बिजली कंपनियों के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि एक्सचेंज में अधिक कीमत देने के बावजूद भी बिजली नहीं मिल रही है। चित्तौड़गढ़ में 315 केवीए क्षमता के ट्रांसफार्मर में ट्रिपिंग के कारण मेवाड़ में बिजली व्यवस्था गड़बड़ाई है। इसे ठीक करने के लिए केरल से टीम पहुंचेगी। इस बीच मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि आमजन और किसानों को नियमित बिजली आपूर्ति करना सुनिश्चित करें और जरूरत पर उद्योगों में बिजली कटौती की जाए। हालांकि, विंड एनर्जी मिलने से मंगलवार को राज्य में बिजली कटौती नहीं की गई।
ऐसे बिजली आपूर्ति...
16 अगस्त को 3,331
17 अगस्त को 3,431
18 अगस्त को 3,519
19 अगस्त को 3,438
20 अगस्त को 3,279
21 अगस्त को 3,266
(आंकड़े लाख यूनिट में)
( पिछले साल अगस्त में प्रतिदिन औसतन 2300 लाख यूनिट रही थी आपूर्ति)
वाररूम शुरू...
शहरों से लेकर गांवों तक कटौती की जा रही है, फिर भी डिमांड 17000 मेगावाट पार कर गई। प्रमुख ऊर्जा सचिव भास्कर ए सावंत के निर्देश पर वाररूम शुरू किया गया है।